जनेश्वर मिश्र पार्क बहुउद्देशीय स्थल : पहले से 3 गुना बढ़ जाएगी सरकारी आमदनी, लोगों को मिलेगा रोजगार
Janeshwar Mishra Park Multi-Purpose Site
लखनऊ, 3 दिसंबर। Janeshwar Mishra Park Multi-Purpose Site: राजधानी क्षेत्र में जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर-5 के करीब लगभग 3 लाख वर्गफीट क्षेत्र में विकसित बहुउद्देशीय समारोह स्थल अब आरएफपी प्रक्रिया के माध्यम से निजी क्षेत्र को संचालन एवं अनुरक्षण के लिए सौंप दिया गया है। यह कदम लखनऊ विकास प्राधिकरण की आय में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ-साथ नागरिकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में अहम साबित होगा। प्राधिकरण की आय तीन गुना से भी अधिक बढ़ने की संभावना है। बहुउद्देशीय समारोह स्थल गोमती नगर विस्तार क्षेत्र में है।
पूर्व में निर्मित यह बहुउद्देशीय स्थल शादी समारोहों एवं विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों के लिए वर्ष 2016 से बुकिंग पर उपलब्ध कराया जा रहा था। समाजवादी पार्टी की सरकार में पार्क का राजनीतिक आयोजन में भी इस्तेमाल किया गया। पार्क का बहुउद्देशीय स्थल बहुत विशाल है। लगभग 10 हजार मेहमानों की क्षमता और करीब 3 हजार से अधिक वाहनों की पार्किंग सुविधा के कारण यह स्थल लखनऊ में बड़े आयोजनों के लिए प्रमुख पसंद रहा है। बहुउद्देशीय स्थल को पार्क क्षेत्र से पृथक रखने हेतु निर्धारित परिधि की फेंसिंग भी पहले ही करायी जा चुकी है।
तीन गुना बढ़ जाएगी आय, पार्क की देखरेख में ही व्यय
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि पहले प्राधिकरण पार्क के बहुउद्देशीय स्थल की प्रतिदिन की बुकिंग के लिए 3 लाख 45 हजार रुपये शुल्क लेता था, जिससे प्रतिवर्ष लगभग 75 लाख से 1 करोड़ रुपये तक की आय होती थी। लेकिन अब ये कमाई तीन गुना से भी ज्यादा होगी।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जानकारी दी कि आरएफपी के जरिए शशि इंफ्राकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को पार्क के बहुउद्देशीय स्थल के संचालन का जिम्मा सौंपा गया है। जिम्मा सौंपे जाने के बाद कंपनी द्वारा प्रतिवर्ष 3 करोड़ 21 लाख रुपये प्राधिकरण को दिए जाएंगे। पूर्व की आय से तुलना की जाए तो नई व्यवस्था में बहुउद्देशीय स्थल से आय तीन गुना से भी अधिक है। उन्होंने यह भी बताया कि जो कमाई होगी उसे जनेश्वर मिश्र पार्क के अनुरक्षण कार्यों में ही व्यय किया जाएगा।
पार्क में मौजूद समारोह स्थल में किसी भी प्रकार का नया निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा। यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि पार्क के हरित क्षेत्र को किसी भी तरह से नुकसान नया पहुंचे। कंपनी इस स्थल को पूर्व की भांति सिर्फ लॉन के रूप में ही उपयोग करेगी, जिससे पर्यावरणीय संतुलन और प्राकृतिक सौंदर्य पहले की तरह ही बना रहेगा।
लोगों को मिलेगा रोजगार
निजी संचालन व्यवस्था से न केवल स्थल के प्रबंधन और संचालन में प्रभावशीलता बढ़ेगी, बल्कि कार्यक्रमों के लिए आने वाले लोगों को बेहतर एवं सुव्यवस्थित जगह मिलेगी। साथ ही टेंट, सजावट, कैटरिंग आदि सेवाएं भी निर्धारित बजट के भीतर ही उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे आमजन को समग्र रूप से बेहतर अनुभव प्राप्त होगा।
कैटरिंग और साज-सजावट का कार्य करने वाले श्रमिक प्राधिकरण के फैसले से खुश हैं। मोहन पाल ने बताया कि पार्क के बहुउद्देशीय स्थल के इस्तेमाल से हम लोगों को ज्यादा काम मिलेगा। स्थल का जितना ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा, श्रमिकों की आय में उतनी ही ज्यादा वृद्धि होगी।